Monday, 20 June 2016

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी



श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी , हे नाथ नारायण वासुदेव 

एक मात स्वामी ,सखा हमारे 
 हे नाथ नारायण वासुदेव
बन्दीगृह के तुम अवतारी 
कही जन्मे , कही पले मुरारी 
किसी के जायें , किसी के खाये 
है अदभूत हर बात तुम्हारी 
गोकुल में चमके मथुरा के तारे 
हे नाथ नारायण वासुदेव
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी , हे नाथ नारायण वासुदेव 
अधर पे बांसी ह्रदय में राधे 
बट गये दोनों में आधे-आधे 
हे राधे  नागर हे भक्त वत्सल 
सदैव भक्तों के काम साध
 वहीँ गए जहाँ गए पुकारे 
हे नाथ नारायण वासुदेव 
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी , हे नाथ नारायण वासुदेव। .. 



No comments:

Post a Comment