मधुरिम मधुरिम ...
Wednesday, 25 May 2016
"सुख " और "दु:ख "
"सुख " और "दु:ख "
हमारे पारिवारिक सदस्य नहीं।, मेहमान है ।
बारी बारी से आयेंगे ,
कुछ दिन ठहर कर चले जाएंगे
अगर वो नहीं आयेंगे तो
हम अनुभव कहाँ से पाएंगे ।
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