मधुरिम मधुरिम ...
Saturday, 7 May 2016
रामकृष्ण परमहंस कहते है :-
" भगवान दो मौकों पर हँसता है 'एक तो तब ,जब दो भाई रस्सी लेकर ज़मीन को नापते है और कहते है -"इतनी ज़मीन मेरी है इतनी 'तेरी' और दुसरे तब ,जब कालदेव (यमराज) सिर पर खड़े है और डॉक्टर कहता है -"मैं इस रोगी को बचा लूँगा "।
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