मधुरिम मधुरिम ...
Thursday, 30 July 2015
जिन्दगी जब रुलाने लगे तो
इतना मुस्कराओ कि दर्द भी शर्माने लगे ।
निकले न आंसू आँखों से कभी
किस्मत भी मजबूर होकर आपको हंसाने लगे ।
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